Description
चौंसठप्रहरी पीपल के लाभ:-
चौंसठप्रहरी पीपल में पिप्पली के सारे गुण पाए जाते है। पिप्पली की इसी के रस में घुटाई करने से इसके औषधीय गुण बढ़ जाते हैं और जिससे कम मात्रा में लेने से ही अच्छे परिणाम मिलते है।
यह वात और कफ को कम करता है और पित्त को बढ़ाता है।
इसके सेवन से पाचक पित्त में बढ़ोतरी होती है और मंदाग्नि digestive impairment और भूख न लगना low appetite आदि समस्या दूर होती हैं।
यह कफ excessive cough और उससे सम्बंधित रोगों को ठीक करता है।
दिल की कमजोरी में इसके सेवन से दिल को बल मिलता है।
इसके सेवन से शरीर में गर्मी heating आती है।
चौंसठप्रहरी पीपल के चिकित्सीय उपयोग
चौंसठप्रहरी पीपल वात और कफ के कारण होने वाले रोगों में प्रयोग की जाती है। यह कास, श्वास, शीत ज्वर, कफ ज्वर, जीर्ण ज्वर आदि दी जाती है। अग्निमांद्य, अरुचि, पाचक पित्त की कमी में यह विशेष रूप से उपयोगी है।
यह माताओं में दुग्ध की वृद्धि करती है। बेहोशी होने पर चौंसठप्रहरी पीपल का नस्य (नाक में डालना) की तरह प्रयोग करते हैं।
हिक्का, क्षय
श्वास, कास
पेट रोग, भूख न लगना, मन्दाग्नि
पुराना बुखार
खून की कमी
शूल, प्लीहा वृद्धि, आमवात, कमर में दर्दमूत्र विकार आदि
चौंसठप्रहरी पीपल की सेवन विधि और मात्रा
250mg-500mg दिन में दो बार लें।
इसे शहद के साथ लें।
या डॉक्टर द्वारा निर्देशित रूप में लें।
Additional information
Weight | 0.250 kg |
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