Description
महाशंख वटी:-
घटक द्रव्य:
पीपलामूल, चित्रकमूल की छाल, दंती मूल, शुद्ध पारद शुद्ध, गंधक ,पीपल ,सज्जी क्षार, यवक्षार, शुद्ध टंकण, सेंधा नमक, काला नमक, मनिहारी नमक, समुद्री नमक, सांभर नमक ,काली मिर्च , शुंठी ,अजवाइन, शुद्ध विष , हरड़ ,शुद्ध हींग ,इमली क्षार इत्यादि
चिकित्सीय उपयोग:
अपच और वायु के कारण उत्पन्न हुए पेट दर्द तथा परिणाम शूल की उत्तम दवा है। भोजन का परिपाक बहुत अच्छी तरह होता है। मंदाग्नि की समस्या दूर होती है, जठराग्नि प्रदीप्त होती है , इसके सेवन से ग्रहणी ,अर्श एवं भगंदर ,श्वास ,खांसी पांडू, विबंध आदि रोगों में भी लाभ होता है। यह उत्तम पाचक और अग्नि दीपक है।
संदर्भ:
भेषज रत्नावली
सेवन मात्रा:
एक-एक गोली भोजन के बाद जल आदि किसी एक अनुमान के साथ लें।
Additional information
Weight | 0.250 kg |
---|
Reviews
There are no reviews yet.