Description
Saptavinshati Guggulu Benefits:-
Saptavinshati Guggulu का प्रयोग निम्नलिखित बीमारियों, स्थितियों और लक्षणों के उपचार, नियंत्रण, रोकथाम और सुधार के लिए किया जाता है:
- बवासीर
- बाधक टिमपेनाइट्स
- पीलिया
- कब्ज
- सूजन
- शरीर में विषाक्तता
- रक्त शोधक
- प्रतिरक्षा प्रणाली वर्धक
- संक्रमण
- अतिप्रजन
- दर्द
- जलन
- कैंसर
- मधुमेह
- भूख उत्तेजक
- हृदय रोग
- खांसी
- अपच
- मतली
- पेट के दर्द
- मूत्र संबंधी विकार
- जिगर में रक्त-संकुलन
- सूक्ष्मजीवी संक्रमण
- जारणकारी तनाव
- गुर्दे के रोग
- हृदयवाही संबंधी रोग
- गठिया
- शीघ्रकोपी आंत्र रोग
- भूलने की बीमारी
- त्वचा के घाव
- जीर्ण श्वसनीशोथ
- दमा
- सूजाक
- जीभ का लकवा
- दस्त
- हैज़ा
- जीर्ण मलेरिया
- विषाणुजनित हेपेटाइटिस
- श्वासप्रणाली में संक्रमण
- बुखार या बुखार से संबंधित
- मलेरिया
- आंत्र के विकार
- भूख को उत्तेजित करना
- मूत्र स्त्राव को बढ़ाए
- पेट के कीड़े
- उल्टी
- श्वांसप्रणाली की समस्याएँ
- दांत विरंजक
- पाचन विकारों
- रक्तचाप को स्थिर करना
- वजन घटना
- आमवाती दर्द
- दाद
- फफुंदीय संक्रमण
- अवसाद
- ऐंठन
- प्रत्यूर्जता
- तनाव
- कुष्ठ रोग
- रसौली
- उदरशूल
- दिल की बीमारी
- शरीर इंटरस्टाइसिस की बाधा
- पेट में भारीपन
- अम्लरोग
- पेट फूलना
- पराश्रयी संक्रमण
- आंत्र गैस
- अस्थि मज्जा में रक्त कोशिकाओं का गठन
- वसा दाहक
- हृद्दाह
- मूत्राधिक्य
- दुर्बलता
- प्रसव पीड़ा
- अनिद्रा
- बुखार
- मूत्र निर्वहन
- श्वसनीशोध
- खुजली
- फ़ीलपाँव
- यक्ष्मा ग्रंथियां
- पेट के विकार
- यकृत संबंधी विषाक्तता
- रक्त में वसा की अधिक मात्रा होना
- कोलैस्ट्रॉलरक्तता की उच्च मात्रा
- जठरांत्र संबंधी विकारों
- श्वसन संबंधी विकारों
- हृदयवाही संबंधी विकार
- अर्बुद
- लिूकोडर्मा
- व्रण
- जलोदर
- मूत्र रोग
- आमवात
- घाव भरना
- त्वचा रोग
- अतिरज
- आँखों के संक्रमण
- त्वचा रोग में कोलैस्ट्रॉलरक्तता की उच्च मात्रा
- छालरोग में फोस्फोलिपिडीमिया
- कोरोनरी धमनी की बीमारी
- मूत्र उत्पादन में कमी
- जठर-संबंधी गतिशीलता
- अस्थिसंधिशोथ संबंधी दर्द
- तंत्रिका संबंधी रोगों
- मांसपेशियों की ऐंठन
- मूत्र पथ के विकार
- उच्च रक्तचाप
Additional information
Weight | 0.250 kg |
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