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कान के रोग में साारिवादि वटी के फायदे
कान से जुड़ी अनेक बीमारियों में सारिवादि वटी का इस्तेमाल लाभ पहुंचाता है। कान के रोग जैसे- कानों का बहना, कान में सांय–सांय की आवाज आना, तथा ऊंचा सुनाई देने जैसी परेशानियों में सारिदावटि वटी से फायदे होते हैं। बहरा हो जाने पर, या कान में दर्द होने पर भी सारिवादि वटी से लाभ मिलता है। आयुर्वेद के अनुसार, कान की बीमारी ठीक करने वाली यह उत्तम औषधि है।
मिर्गी में सारिवादि वटी से लाभ
किसी भी कारणवश मस्तिष्क में गर्मी पहुँचने पर, या वायु का वहन करने वाली शिराओं से संबंधित बीमारी में भी सारिवादि वटी लाभ पहुंचाती है। यह मिर्गी को ठीक करने में भी सहायता करती है।
डायबिटीज में सारिवादि वटी के फायदे
डायबिटीज आज एक महामारी का रूप ले चुकी है। लगभग हर घर में डायबिटीज के रोगी मिल ही जाते हैं। आप सारिवादि वटी के प्रयोग से डायबिटीज को नियंत्रित कर सकते है। सारिवादि वटी डायबिटीज को नियंत्रित करने में मदद पहुंचाती है।
सांसों के रोग में सारिवादि वटी के फायदे
आप सांसों से संबंधित रोग से पीड़ित हैं तो सारिवादि वटी का सेवन करें। यह सांसों के रोग में भी लाभ पहुंचाती है। इसके इस्तेमाल की जानकारी किसी आयुर्वेदिक चिकित्सक से लें।
बुखार में सारिवादि वटी से लाभ
सारिवादि वटी बुखार उतारने के लिए उपयोग साबित होती है। साधारण बुखार से लेकर पुराने बुखार को ठीक करने में भी सारिवादि वटी का इस्तेमाल कर सकते हैं।
बांझपन में सारिवादि वटी से लाभ
कई महिलाएं बांझपन की समस्या से ग्रस्त होती हैं। इस बीमारी के कारण उनका जीवन दुखमय हो जाता है। ऐसी महिलाएं बांझपन का उपचार करने के लिए सारिवादि वटी का प्रयोग करेंगी तो उन्हें लाभ मिलता है।
शराब की लत से छुटकारा पाने के लिए सारिवादि वटी का उपयोग
बहुत सारे लोगों को शराब पीने की लत होती है। शराब के कारण ना सिर्फ व्यक्ति का स्वास्थ्य खराब होता है, बल्कि परेशानी पूरे परिवार को उठानी पड़ती है। कई बार तो व्यक्ति शराब को छोड़ना चाहता है, लेकिन शराब की लत व्यक्ति से नहीं छूट पाती। ऐसे में सारिवादि वटी का प्रयोग बहुत लाभ पहुंचाता है। यह शराब की लत छुड़ाने में मदद करती है।
Additional information
Weight | 0.250 kg |
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