Description
सूत शेखर रस के चिकत्सीय उपयोग:-
१)राजयक्ष्मा (Tuberculosis)
२)सांस रोग (Asthma)
३)माइग्रेन (Headache)
४)अम्लपित (Dyspepsia)
५)शूल (Colicky pain)
६)कास (Cough)
७)अतिसार (Diarrhea)
८) उल्टी,वमन (Vomiting)
९) उदार्वत ( वायु का ऊपर की ओर चढ़ना)
१०) हिचकी (Hichki)
११)गुल्म (Abdominal Lump)
१) सूत शेखर रस का उपयोग शरीर मे अत्यधिक पित्त के कारण होने वाले रोग, पेट दर्द,उल्टी,हिचकी आना,पेट फूलना,चक्कर आना,अतिसार,आदि रोगो मे लाभदायक है।
२) यह एसीडिटी और खांसी मे बहुत लाभदायक है।
३) सूखी खांसी मे इसे (स्वर्णयुक्त ) सितोपलादि चूर्ण के साथ लेने से आराम मिलता है।
४) यह मल को बांधता है।
५) यह दर्द मे राहत देता है।
६) यह दिमाग और दिल को शक्ति देता है।
७)यह वातवाहिनी और रक्तवाहिनी नसों पर विशेष परवा डालता है।
८) यह धीरे धीरे काम करता है,लेकिन रोग को पूरी तरह से ठीक करता है।
सूत शेखर रस की खुराक और सेवन करने का तरीका
सूत शेखर रस हमेशा भोजन करने के बाद ही लेना चाहिए,इसे १२५ से २५० एमजी शहद के साथ दिन मे दो बार सुबह शाम लेना चाहिए।
- इसे हम गाय के घी,शहद,अनार के रस,आंवला के मुरब्बे के साथ भी ले सकते है।
- स्तनपान करने वाली महिलाओं को भी डॉक्टर से पूछ कर ही दवा का सेवन करना चाहिए।
- सूत शेखर रस का कोई भी साइड इफैक्ट नहीं है,बस हमे इसकी मात्रा का ध्यान रखना चाहिए।
- सूत शेखर रस को लेने और बंद करने के पहले चिकित्सक से जरूर परामर्श लेना चाहिए।
Additional information
Weight | 0.250 kg |
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